army motivational poem
तलवार की नोक पर जो जान है रखते
शूरमा है वह इंसान कोई खास ही होते,
आंखों में जिसके आग सर पर तेज हैं, होते हैं वीर वह इंसान कोई खास ही होते..............…….......................... हां जानता हूं कि वज्रे रुलाती है तुम्हें भी,
हां जानता हूं कि खुशियां हंसाती है तुम्हें भी,
पर तू वीर है शमशीर है तुझको है तेरा वास्ता,
चलना है तुझको इसी पर है कठिन ये रास्ता,
रुकना नहीं झुकना नहीं कट जाना या मिट जाना तू,
इस देश की पहचान है और मान और सम्मान तू,
इस धरा की जान तू हिंदुस्तान की है शान तू,
तू वीर है शमशीर है तू याद कर अपनी शपथ ,
कठिनाइयां तो फूल है चलता रहे तू अपनी पथ,
गर मिट गया कट गया तेरा लहू हुंकार लेगा ,
सर कट गया तो क्या हुआ ?
धड़ तेरा दुश्मन को भी ललकार देगा,
हां वो वक्त होगा नया जब तेरे लहू को ये धरा स्वीकार लेगा,
तू फिक्र ना कर तेरी शहादत दुश्मन को भी ललकार देगा..................*२.....
जय हिन्द..............@सृष्टि सिंह राजपू