फौजी की कामना
कहते हैं कि फौजी हूं
मैं सोचता नहीं हूं
अपनी खुशी का रास्ता
मैं खोजता नहीं हूं
आज फौजी के दिल का सच
तुमको सुनाता हूं
है राज क्या मेरी खुशी का
मैं बताता हूं
:-)
"-"
:-)
है देशभक्ति सांस मेरी
हथियार मेरा फर्ज़
दुख जख्म हैं खुशियां मेरी
है प्यार मेरा दर्द
है मिट्टी मेरी जान
और कर्तव्य मेरा शान
ख्वाहिश मेरी बस इतनी सी
मुझको मिले वो मान
मिट्टी मिले बस तीन गज
न मुझको मिले ये जहान
मुझको मिले सौगात जब तो
हो मेरी वो मौत
हो अंत वक्त जब मेरा
तो मैं हंसता मरुं बेकौफ
जिस मिट्टी पर जन्म लिया
उसके लिए कुछ काम आ जाऊं
ऐ मातृभूमि तेरे लिए
स्वयं को कुर्बान कर पाऊं
हूं वीर मैं शमशीर मैं
मुझको है मेरा वास्ता
जिसे चुन लिया उस पर चलूं
चाहे हो कोई वो रास्ता
निर्मोल इस जीवन को
कोई मोल दे पाऊं
है कामना यही मेरी मां
तेरे लिए कुछ काम आ जाऊं....*२___जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
......@सृष्टि सिंह राजपूत
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