वर्दी............best motivational poem
लाखों दिलों के दिल की ये अरमान हैये देशभक्ति साहसों की खान हैहां मेरी वर्दी मेरी ये जान है,हां मेरी वर्दी मेरी ये जान है !!ना बाजार में पैसों से इसेखरीद कर लाया है हमनेना ही मुफ्त में किसी केरहमों करम से इसे पाया है हमनेइस वर्दी को पाना,इस वर्दी को पानाइतना भी नहीं आसानहां अपने खून, पसीने सेइसे कमाया है हमनेतभी आज इस वर्दी परलिखा मेरा नाम हैहां मेरी वर्दी, मेरी ये जान हैहां मेरी वर्दी, मेरी ये जान है !!याद है वो पल जब मुझको,मेरी खुशी मिली थीयाद है हर पल जब मुझको,मेरी वर्दी मिली थी..................ना जाने किस तरह मैं भी,निखर गया थाना जाने किस तरह मैं भी,निखर गया थासैलाब से रोमांच सेमैं भर गया थाउस पल का वह एहसास,कुछ खास ही थाअपने मां से तो दूर,पर भारत मां के पास ही था...........अब बात थी वर्दी की हररश्में निभाने कीस्वीकार जो की थीवो हर कसमें निभाने कीहूं मैं फौजी,हूं मैं फौजीअपनी देशभक्ति निभाऊंगाहंसते-हंसते वतन की खातिर अपनी जानन्योछावर कर जाऊंगाअपनी जाननिछावर कर जाऊंगा .......!!!
जय हिंद
✒️@सृष्टि सिंह राजपूत